वैशाख मास दिव्यतम मास है इसके शुल पक्ष चतुर्दशी तिथि को श्री नृसिंह जयंती, सिद्ध विद्या प्रत्यंगिरा जयंती,महाविद्या छिन्नमस्तिका जयंती, महाभैरव शरभेश्वर जयंती , ये चार महा उग्र शक्तियों की जयंती अपने आप में महा तंत्र सिद्ध पर्व बन जाता है।
आगामी 11 मई की रात्रि को श्री नृसिंह चतुर्दशी /शरभ चतुर्दशी/प्रत्यंगिरा चौदस की वीर रात्रि व छिन्नमस्तिका महाविद्या भगवती का दिव्य जयंती पर्वकाल रहेगा।
गृहस्थ तंत्र परिवार द्वारा भी चारों महाशक्तियों का दिव्यतम अनुष्ठान आयोजित किया जायेगा। उग्र , तीव् व प्रचंडतम शक्ति में आने वाली इन तीनों महाशक्तियों के अनुष्ठान में आप सभी अवश्य सम्मिलित होयें।
आगामी नृसिंह -शरभ-प्रत्यंगिरा-छिन्नमस्तिका जयंती के पर्व काल पर भी ग्रह नक्षत्र शांतिकारक, उपद्रव ग्रह नाशक, प्रेत पिशाच डाकिनी शाकिनी ब्रह्म राक्षस बेताल मसान नाशक, कृत्या नाशक, जादु टोना नाशक, पर मंत्र तंत्र नाशक, अभिचार नाशक, दुर्भाग्य नाश आदि हेतु संकल्पित तंत्रोक्त हवनात्मक अनुष्ठान प्रमुखता से होगा।
साथ ही शत्रुकृत षड्यंत्र व अभिचार को पलटने हेतु प्रत्यंगिरा हवनात्मक अनुष्ठान मुख्य रहेगा।
इसके संग ही सनातन धर्म की उत्थान रक्षा व म्लेच्छों के संहार हेतु अलग से विशेष आयोजन दीक्षित व पुरश्चरण पूर्ण साधकों के द्वारा किया जायेगा।
इस अनुष्ठान में अत्यंत उग्र व तीक्ष्ण मंत्रों के साथ रक्षा कारक शक्ति मंत्रों की भी आहुति होगी।
अनुष्ठान उपरांत आपको प्रसाद के साथ एक ताम्र कलश भेजा जायेगा जिसमें तंत्र पीठ के विशेष पूजा व हवन के भस्म उपस्थित रहेंगे। आप उसका प्रयोग तिलक लगाने से लेकर घर को बांधने या किसी के ऊपरी समस्या को दुर करने में कर सकते हैं। यह सब सामग्री 20 मई 2025 से अगले 15 दिनों में आपको प्राप्त होगी
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